मैनपुरी– काकोरी ट्रेन एक्शन शताब्दी समापन समारोह कार्यक्रम में उ.प्र. के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के काकोरी में आयोजित कार्यक्रम के सजीव प्रसारण के उपरांत कलेक्ट्रेट सभागार में जिला प्रशासन, जिला पर्यटन एवं संस्कृति विभाग द्वारा आयोजित कार्यक्रम में उपस्थित बड़ी संख्या में विभिन्न विद्यालयों के छात्र-छात्राओं, शिक्षकों, शहीदों, स्वतत्रंता संग्राम सैनानियों के परिजनों को संबोधित करते हुए पूर्व मंत्री, विधायक भोगांव राम नरेश अग्निहोत्री ने कहा कि लंबे संघर्षों, असंख्य बलिदानों, त्याग के उपरांत आजादी मिली, असंख्य बलिदानों के बाद हमारा देश स्वतंत्र हुआ लेकिन आज हमारे देशवासियों में जोश, जज्बा दिखाई नहीं देता, आज कुछ लोग चंद लालच में देश के प्रति गद्दारी कर रहे हैं, कुछ लोग पैसे के लिए देश को बेचने का काम कर रहे हैं, यह भावना विनाशकारी है, इस भावना को कुचलना होगा। उन्होंने कहा कि कुछ लोग विदेशी मानसिकता से प्रभावित होकर देश को नुकसान पहुंचा रहे हैं, ऐसे लोगों का खुलकर विरोध करें, उन्हे समाज में अपमानित करने का कार्य करें। उन्होंने कहा कि राम प्रसाद बिस्मिल जब जेल में थे और उन्हें जिस दिन फांसी लगने वाली थी, उस दिन सुबह व्यायाम कर रहे थे, सिपाहियों ने पूछा कि आपको कुछ समय बाद फांसी लगेगी तो व्यायाम क्यों कर रहे हो, उनका जवाब था कि भारत माता के चरणों में आज एक फूल चढ़ने जा रहा है और वह फूल मुरझाया, कुमलाया न हो इसलिए मैं कसरत कर रहा हूं। उन्होंने कहा कि हमारा देश तेजी से आगे बढ़ रहा है, यह गति रुके नहीं, देश के विकास की गति को रोकने के लिए तमाम शक्तियां लगी हुयीं हैं, दुनिया के कई देश भारत के बढ़ते कदमो को रोकने में लगे हुये हैं, हमें देश विरोधी ताकतों से सावधान रहना होगा, अपने दायित्वों का निर्वहन कर देश को विकास के पथ पर अग्रसर करने में निभाना होगा। जिलाधिकारी अंजनी कुमार सिंह ने कहा कि ’’शहीदों की चिताओं पर लगेंगे हर बरस मेले’’ ’’वतन पर मिटने वालों का यही बाकी निशां होगा’’। उन्होने कहा कि यदि हम सबसे कोई पूछे कि जीवन की सबसे मूल्यवान वस्तु क्या है तो सभी का एक ही जवाब होगा कि जीवन की सबसे मूल्यवान वस्तु प्राण है, हमारे शहीदों ने अंग्रेजों की गुलामी से आजादी दिलाने के लिए हंसते-हंसते अपने प्राणांे को न्यौछावर कर दिया। उन्होने कहा कि अंग्रेजों के खिलाफ विद्रोह करने वालों को अच्छी तरह मालूम था कि विद्रोह का परिणाम मृत्यु हो सकता है और यह जानते हुये भी स्वाधीनता सैनानियों ने बार-बार अंग्रेजों के विरूद्ध आन्दोलन किये। उन्होने कहा कि प्रत्येक नागरिक की जिम्मेदारी है कि वह देश को आजाद कराने में अपने प्राणों की आहुति देने वालों को नमन करे, शहीदों के प्रति कृतज्ञता प्रकट करें। उन्होने उपस्थित शिक्षकों, अधिकारियों, जन-प्रतिनिधियों से कहा कि देश की युवा पीड़ी, बच्चों को स्वाधीनता के शानदार इतिहास, अतीत के बारे में जानकारी देना हम सब की नैतिक जिम्मेदारी है। श्री सिंह ने कहा कि हम सबको गर्व होना चाहिए कि जनपद मैनपुरी के वीर शहीदों का स्वाधीनता आंदोलन में बहुत बड़ा योगदान रहा है, काकोरी ट्रेन एक्शन स्वाधीनता आंदोलन की स्वर्णिम घटना रही है। उन्होंने कहा कि काकोरी ट्रेन एक्शन में शामिल सभी आन्दोलनकारियों को मालूम था कि अंग्रेजों के खिलाफ विद्रोह करने का मतलब सिर्फ मृत्युदंड है और इसकी परवाह किये बिना जांबाजों ने घटना को अंजाम दिया। उन्होने कहा कि आजादी के दीवाने शहीद चन्द्रशेखर आजाद, शहीद पं. राम प्रसाद बिस्मिल, शहीद अशफाक उल्ला खां, शहीद राजेंद्र नाथ लाहिड़ी, शहीद रोशन सिंह ने अपने शौर्य, पराक्रम से काकोरी में अंग्रेजी हुकूमत के खजाने को लूटकर अंग्रेजी हुकूमत को गहरा आघात पहॅुचाने का कार्य किया। जिलाध्यक्ष ममता राजपूत ने अपने संबोधन में कहा कि 09 अगस्त 1925 को काकोरी ट्रेन एक्शन हुआ था, यह अंग्रेजों के खिलाफ स्वतंत्रता आन्दोलन से जुड़े लोगों की खुली चुनौती थी, इस घटना से अंग्रेज बुरी तरह बौखला गये और उन्होने ट्रेन एक्शन में शामिल लोगों को गिरफ्तार कर तमाम यातनाएं देने के बाद फॉसी की सजा सुनाई। उन्होने कहा कि देश को आजाद कराने के लिए अनगिनत बलिदानियों अपने प्राणों की आहुति दी, आज हम काकोरी ट्रेन एक्शन के सौ वर्ष की पूर्व संध्या पर स्वतंत्रता संग्राम के शहीदों को नमन करने के लिए एकत्र हुए हैं। उन्होंने वीर सैनानियों, क्रांतिकारियों को नमन करते हुए कहा कि हमें आजादी दिलाने में महान क्रांतिकारियों ने अपना सर्वत्र न्यौछावर कर दिया, आज भी हमारे वीर सैनिक कठिन परिस्थितियों में अपने देश की सरहदों की रक्षा करने के लिए अडिग होकर खड़े हैं, उनके अदम्य साहस की बदौलत ही भारतवासी अपने घरों में सुकून की नींद सो रहे हैं। इस दौरान पैक्सफेड अध्यक्ष प्रेम सिंह शाक्य, क्षेत्रीय उपाध्यक्ष आलोक गुप्ता, पूर्व जिलाध्यक्ष राहुल चतुर्वेदी, अरविन्द तोमर, जिला महामंत्री प्रदीप तिवारी, जिला संयोजक प्रबुद्ध प्रकोष्ठ विमल पांडेय, विशम्भर तिवारी, मुख्य विकास अधिकारी नेहा बंधु, अपर जिलाधिकारी श्याम लता आनंद, परियोजना निदेशक सत्येंद्र कुमार, उपायुक्त एन.आर.एल.एम. शौकत अली, उपायुक्त मनरेगा श्वेतांक पांडेय, जिला विद्यालय निरीक्षक सतीश कुमार, जिला बेसिक शिक्षाधिकारी दीपिका गुप्ता के अलावा विभिन्न विद्यालयों के प्रधानाचार्य, प्रधानाध्यापिका, शिक्षक, शहीदों, स्वतंत्रता संग्राम सैनानियों के परिजन आदि उपस्थित रहे।