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शिक्षा के उद्देश्य की पूर्ति करने में अपना योगदान दें शिक्षक, विद्यालय में पठन-पाठन का वातावरण हो विकसित-जिलाधिकारी

मैनपुरी– जिलाधिकारी अंजनी कुमार सिंह ने पूर्व दशम् एवं दशमोत्तर छात्रवृत्ति तथा शुल्क-प्रतिपूर्ति प्रणाली के संबंध में शिक्षण संस्थानों के प्रधानाचार्यों, छात्रवृत्ति नोडल अधिकारियों के साथ आयोजित बैठक में कहा कि कोई भी पात्र छात्र शुल्क प्रतिपूर्ति, छात्रवृत्ति का लाभ पाने से वंचित न रहे, सभी शिक्षण संस्थाएं अपने यहां पंजीकृत प्रत्येक छात्र को छात्रवृत्ति योजना की जानकारी दें, पात्र होने की दशा में उनसे समय से आवेदन करायें, समय से मास्टर डेटा अपलोड करें, इसमें किसी भी स्तर पर लापरवाही न बरती जाए यदि किसी विद्यालय का कोई पात्र छात्र योजना का लाभ पाने से वंचित रहा तो संबंधित की जिम्मेदारी तयकर कठोरतम कार्यवाही की जाएगी। उन्होने शिक्षण संस्थाओं के प्राचार्यों, प्रधानाचार्यों, प्रधानाध्यापकों से कहा कि छात्रवृत्ति नियमावली से विस्तृत रूप से भिज्ञ हो लें, मास्टर डाटा अपडेशन, आधार प्रमाणीकरण, छात्रों के बैंक खातों को एन.पी.सी.आई. से मैपिंग कराने एवं अन्य महत्वपूर्ण बिन्दुओं की निर्धारित तिथिवार जानकारी प्रदान की गयी है। उन्होने कहा कि मास्टर डाटा अपडेशन का कार्य कोई भी विद्यालय तंत्र कम्प्यूटर ऑपरेटर पर न छोड़ें बल्कि विद्यालय में छात्रवृत्ति स्वीकृत समिति गठित कर अपने स्तर से मिलान करने के उपरांत ही फीडिंग का कार्य कराया जाये। श्री सिंह ने उपस्थित प्रधानाचार्यों, शिक्षकों विशेषकर महाविद्यालयों के प्राचार्यों का आह्वान करते हुए कहा कि छात्रों को डिग्री उपलब्ध कराने तक सीमित न रहे, महाविद्यालयों में पठन-पाठन का वातावरण सृजित कर छात्रों को बेहतर शिक्षा प्रदान करें ताकि युवा जीवन में प्रगति कर सकें। उन्होने छात्रवृत्ति नोडल अधिकारियों से कहा कि छात्रवृत्ति समय-सारिणी के अनुसार समस्त कार्यवाही की जाये, जनपद में पूर्व से मास्टर डाटा में सम्मिलित संस्थाएं दि. 25 जुलाई तक मास्टर डेटा तैयार करें, जिला विद्यालय निरीक्षक मास्टर डेटा में सम्मिलित संस्थाओं का सत्यापन दि. 05 अगस्त तक किया जाये, कक्षा 9-10 एवं 11-12 में अध्ययनरत छात्र, छात्राओं के नवीनीकरण की प्रकिया शिक्षण संस्थाएं 31 अगस्त 2025 तक पूर्ण करना सुनिश्चित करें। उन्होने कहा कि शिक्षण संस्थाएं अपने नोटिस बोर्ड पर छात्रवृत्ति समय-सारिणी को अनिवार्य रूप से प्रदर्शित करें ताकि प्रत्येक छात्र को जानकारी हो, कोई भी छात्र जानकारी के आभाव में योजना का लाभ पाने से वंचित न रहे। मुख्य विकास अधिकारी नेहा बंधु ने कहा कि सभी विद्यालयों में छात्रवृत्ति स्वीकृत समिति का गठन किया जाए, सभी विद्यालय दि. 25 जुलाई तक मास्टर डाटा अपलोड करें, मास्टर डाटा भरते समय पूर्णांक-प्राप्तांक की प्रविष्टि पूरी सावधानी से की जाए, किसी भी विद्यालय में पंजीकृत कोई भी छात्र-छात्राएं छात्रवृत्ति योजना का लाभ पाने से वंचित न रहे, प्रवेश के समय छात्रों से मार्कशीट के साथ आय, मूल निवास, जाति प्रमाण पत्र, बैंक विवरण, आधार कार्ड विद्यालय में सुरक्षित रखे जाएं ताकि छात्रवृत्ति का डेटा भरते समय किसी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े। उन्होने कहा कि विगत शैक्षिक वर्ष में छात्रवृत्ति पोर्टल पर अंकित शिक्षण संस्थानों को वर्तमान शैक्षिक सत्र के लिये मास्टर डाटा अद्यतन करना है, इसमें विशेष ध्यान रखा जाये कि प्राधानाचार्य एवं छात्रवृत्ति नोडल प्रभारी वही विवरण दर्ज हो जो वर्तमान में विद्यालय में कार्यरत हों। बैठक में क्षेत्रीय उच्च शिक्षाधिकारी संजीव कुमार पोरवाल, जिला समाज कल्याण अधिकारी अशोक कुमार, जिला विद्यालय निरीक्षक सतीश कुमार, जिला पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी राजेश कुमार, जिला अल्प संख्यक कल्याण अधिकारी रंजना शुक्ला, विभिन्न विद्यालयों के प्रबन्धक, प्रधानाचार्य आदि उपस्थित रहे।

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