मैनपुरी – जिलाधिकारी अंजनी कुमार सिंह ने तंबाकू निषेध, मादक पदार्थों की तस्करी और इनके गलत इस्तेमाल पर नियंत्रण पर आधारित कार्यक्रम, गोष्ठी को संबोधित करते हुए कहा कि धूम्रपान, तंबाकू का सेवन करने वाला व्यक्ति न सिर्फ अपने जीवन को खतरे में डालता है बल्कि अपने परिवार के साथ-साथ अन्य लोगों को भी नुकसान पहुंचाता है, परिवार, समाज के लोगों में कैंसर का खतरा पैदा करता है, धूम्रपान के दौरान निकलने वाला धुआंपर्यावरण को भी प्रदूषित करता है, धूम्रपान के कारण विश्व में प्रतिवर्ष असंख्य लोगों की मृत्यु होती है, हम सब तंबाकू से होने वाले दुष्प्रभाव को जाने और तंबाकू से बने पदार्थों के सेवन से बचें। उन्होने कहा कि तंबाकू एक धीमे जहर की तरह है जो व्यक्ति को धीरे-धीरे मौत के मुंह की ओर धकेलता है, तमाम लोग जानकारी के बावजूद तंबाकू से बने उत्पादों का प्रयोग करते हैं, धीरे-धीरे यह शौक बुरी लत में बदल जाता है, सिगरेट, बीड़ी, जर्दा, गुटखा, खैनी, हुक्का, चिलम से सभी को बचना होगा, तंबाकू से बने उत्पादों का सेवन करने वाले लोगों विशेषतौर पर युवा पीडी को बुरी आदत से बचने के लिए प्रेरित करना होगा। सिंह ने कहा कि तंबाकू का सेवन करने से गला. मूंह, श्वांस नली, व फेंफड़ों केश्री कैंसर की संभावना बढ़ जाती है साथ ही दिमाग की बीमारियों का खतरा भी बना रहता है, तंबाकू के नुकसान से लोगों की रक्षा के लिए हम सबको सम्मिलित प्रयास करने होंगे, लोगों को तंबाकू छोड़ने के लिए प्रोत्साहित करना होगा। उन्होने कहा कि तम्बाकू के खतरे को नियंत्रित करने के प्रयासों के बावजूद तम्बाकू के इस्तेमाल की व्यापकता बच्चों और किशोरों के बीच खतरनाक अनुपात में बढ़ रही है। उन्होने जिला विद्यालय निरीक्षक से कहा कि जनपद के समस्त विद्यालयो में प्रार्थना सभा में छात्रों को तम्बाकू, अन्य नशों से होने वाले दुष्प्रभावों के बारे में बताया जाये, विद्यालयों के मुख्य द्वार पर सी.सी.टी.वी. कैमरे लगवाये जायें और उनसे निगरानी की जाये कि विद्यालय के आस-पास कोई असामाजिक तत्व छात्रों को नशे की सामग्री, तम्बाकू आदि का सेवन करने के लिए प्रेरित न करे। उन्होने अपर पुलिस अधीक्षक से कहा कि विद्यालयों के आस-पास गुटखा, तम्बाकू, अन्य नशीले पदार्थ की बिकी किसी भी दशा में न हो, विद्यालयों के आस-पास के दुकानदारों को हिदायत दी जाये कि किसी भी दशा में विद्यालय के आस-पास गुटखा, तम्बाकू की बिकी न करें।जिलाधिकारी ने समिति के सदस्यों से कहा कि तम्बाकू, गुटखा का सेवन करने वाले लोगों को नशीले पदार्थों का सेवन न करने के लिए प्रेरित किया जाये, ऐसे लोगों को निकोटेक्स टेबलेट का वितरण किया जाये, जन सामान्य में जागरूकता के लिए “तम्बाकू जानलेवा है” पर आधारित नुक्कड़ नाटक तहसील मुख्यालयों, भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर आयोजित कराये जायें, जन-जागरूकता हेतु तम्बाकू नियत्रंण, तम्बाकू का प्रयोग करने से होने वाले दुष्परिणामों पर आधारित होर्डिंग, पोस्टर, बैनर चिकित्सालयों, विद्यालयों में लगवाये जायें, नशा करने वाले लोगों को बताया जाये कि प्रतिदिन 2200 से अधिक भारतीय तम्बाकू सेवन के कारण मृत्यु का शिकार हो रहे हैं, कैंसर से मरने वाले 100 रोगियों में से 40 तम्बाकू के प्रयोग के कारण जान गवां रहे हैं, लगभग 95 प्रतिशत मूंह के कैंसर तम्बाकू सेवन करने वाले व्यक्ति होते हैं।बैठक में अपर जिलाधिकारी राम जी मिश्र, अपर पुलिस अधीक्षक राहुल मिठास, मुख्य चिकित्साधिकारी, डा. आर.सी. गुप्ता, उप जिलाधिकारी कुरावली राम नारायण, जिला आबकारी अधिकारी दिनेश कुमार, जिला विद्यालय निरीक्षक सतीश कुमार, जिला समाज कल्याण अधिकारी अशोक कुमार, जिला प्रोबेशन अधिकारी राजनाथ राम, उपायुक्त जी.एस.टी. मनोज कुमार यादव, एस.डी.एफ.ओ. वन्दना सिंह, उप क्षेत्रीय मद्य निषेध अधिकारी उपदेश कुमार, ड्रग निरीक्षक दीपक कुनाल, तम्बाकू प्रकोष्ठ से अभय सिंह, एन.जी.ओ. से आराधना गुप्ता आदि उपस्थित रहे।
लोगों को तंबाकू छोड़ने के लिए प्रोत्साहित किया जाये, विद्यालयों के आस-पास गुटखा, तम्बाकू की न हो बिकी- जिलाधिकारी
Sourceरिपोर्ट अवनीश कुमार