मैनपुरी – किसानों को समय से यूरिया, डी.ए.पी. उपलब्ध कराने के लिए जिलाधिकारी अंजनी कुमार सिंह निरंतर प्रयासरत् है, वह लगातार सहकारी समितियो, पी.सी.एफ. गोदामों का स्थलीय निरीक्षण कर उर्वरकों की उपलब्धता के साथ-साथ उठान में तेजी लाने के लिए निरंतर कृषि, सहकारी विभाग के अधिकारियों को निर्देशित कर रहे हैं। आज उन्होंने बी-पैक्स नौनेर एवं पी.सी.एफ. गोदाम ज्योति रोड का स्थलीय निरीक्षण किया, निरीक्षण के दौरान बी-पैक्स नौनेर की गोदाम में ताला बंद पाया। उन्होंने असंतोष व्यक्त करते हुए कहा कि यहां से उर्वरक वितरण में अनियमितताओं की शिकायतें निरंतर प्राप्त हो रही है। उन्होंने मौके पर उपस्थित ए.आर. को-ऑपरेटिव को निर्देशित करते हुए कहा कि संबंधित सचिव देवेंद्र के विरुद्ध गहनता से जांच करें और आज ही उसके विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करायें। उन्होंने नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि लगातार निर्देशों के बाद भी सहकारी समितियों पर डी.ए.पी., यूरिया की उपलब्धता सुनिश्चित नहीं हो पा रही है, गोदाम पर तैनात सचिवों की कार्यशैली के कारण किसानों को असुविधा का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने सहायक विकास अधिकारी सहकारिता, अपर जिला सहकारी अधिकारी को निर्देशित करते हुए कहा कि संबंधित सचिव को तत्काल बुलाकर बी-पैक्स नौनेर में उपलब्ध उर्वरक, उठान का मिलान, वितरण की प्रगति का अभिलेखों से मिलान करें, जांच में यदि अनियमितताओं की शिकायतें सही पायी जायें तो दोषी के विरुद्ध तत्काल एफ.आई.आर. दर्ज करायी जाये। श्री सिंह ने ज्योति रोड स्थित एफ.सी.आई. भंडारण गोदाम के निरीक्षण के दौरान भंडार नायक प्रमोद कुमार से जानकारी करने पर पाया कि गोदाम में 1730 मेट्रिक टन डी.ए.पी. उपलब्ध है, गोदाम से प्रतिदिन 350 मेट्रिक टन डी.ए.पी. का उठान कराकर 20-25 ट्रकों के माध्यम से डी.ए.पी. सहकारी समितियों को भेजी जा रही है, आर.टी.जी.एस. मांग के अनुसार आज 18 ट्रक गोदाम से लोड कर समितियों पर भेजे जाएंगे, मौके पर उपस्थित ए.आर. को-ऑपरेटिव ने बताया कि जिला सहकारी बैंक में पूंजी की कमी होने के फलस्वरुप उठान में विलंब हो रहा है, गोदाम से धनराशि जमा होने के उपरांत ही उठान कराए जाने की प्रक्रिया है, जिस पर उन्होंने मांग के अनुसार धनराशि की आवश्यकता की पूरी डिटेल उपलब्ध कराये जाने के साथ ही आदेशित किया कि सहकारी समितियों पर उपलब्ध उर्वरकों की बिक्री में तेजी लाई जाए ताकि प्राप्त धनराशि को जमा कराकर उठान की प्रक्रिया में भी सुधार हो सके। उन्होंने जिला कृषि अधिकारी से जानकारी करने पर पाया कि जनपद के निजी उर्वरक विक्रेताओं के माध्यम से प्रतिदिन 400 मै. टन एवं सहकारी समितियों के माध्यम से प्रतिदिन 350 मै.टन डी.ए.पी. की बिक्री जनपद में हो रही है, जनपद में उर्वरकों की कोई कमी नहीं है। जिलाधिकारी ने जनपद के किसानों का आह्वान करते हुए कहा कि यूरिया, डी.ए.पी. के लिए परेशान न हों, जनपद में पर्याप्त मात्रा में उर्वरक उपलब्ध है, सभी किसानों को निर्धारित मात्रा में, निर्धारित मूल्य पर समय से यूरिया, डी.ए.पी. सहित अन्य उर्वरक, बीज उपलब्ध होगें। उन्होंने कहा कि निजी उर्वरक विक्रेताओं, सहकारी समितियां पर उपलब्ध डी.ए.पी. में कोई अंतर नहीं है, निजी उर्वरक विक्रेताओं के माध्यम से भी रू. 1350 प्रति बोरी के हिसाब से डी.ए.पी. उपलब्ध कराया जा रहा है, कृषक सहकारी समितियांे के साथ-साथ निजी विक्रेताओं से भी डी.ए.पी. की खरीद करें। निरीक्षण के दौरान उप जिला अधिकारी सदर अभिषेक कुमार, जिला कृषि अधिकारी डॉ. सूर्य प्रताप सिंह, ए.आर. को-ऑपरेटिव जितेन्द्र पाल सिंह, तहसीलदार सदर विशाल यादव, अनिल सक्सेना, अनुज कुमार आदि उपस्थित रहे।
जिलाधिकारी ने बी-पैक्स नौनेर एवं पी.सी.एफ. गोदाम ज्योति रोड का स्थलीय निरीक्षण किया
Sourceरिपोर्ट अवनीश कुमार