रिपोर्ट वैभव गुप्ता
बदायूं बार-बार शिकायत लेकर आने पर अधिकारी ने पीड़िता पर लिखाया मुकदमा यदि आप अधिकारियों के पास अपनी समस्या या शिकायत लेकर जा रहे हैं तो सावधान हो जाइए आपकी समस्या का निदान हो या ना हो लेकिन यहां अधिकारी आप पर सरकारी कार्य में बाधा डालने का मुकदमा जरूर लिखवा देंगे जनपद बदायूं में अजीबोगरीब मामला आया सामने यहां जिला समाज कल्याण अधिकारी के पास बार-बार फरियाद लेकर जाना एक शिकायत करता लड़की को भारी पड़ गया पीड़िता का आरोप है कि बार-बार समस्या लेकर आने से परेशान जिला समाज कल्याण अधिकारी ने पीड़िता की समस्या का समाधान न करने की वजह लड़की के साथ बदसलू की करते हुए उसे धक्का मार कर ऑफिस से बाहर निकाल दिया और पीड़िता पर ही सरकारी कार्य में बाधा डालने वह आत्महत्या करने की धमकी देने का आरोप लगाकर मुकदमा लिखवा दिया जिससे लोगों में भारी आक्रोश है जहां सरकार मिशन शक्ति चलकर बेटियों व महिलाओं को जागरूक करने व उनकी सुरक्षा करने और उन्हें आगे बढ़ने का दावा करती है वही शिकायत करने आई एक बेटी पर अधिकारियों ने मुकदमा लिखवा दिया मामला दातागंज थाना क्षेत्र के ग्राम समरेर की रहने वाली पीड़िता इमरती उम्र 22 साल ने समरेर स्थित आश्रम पद्धति आवासीय स्कूल में पढ़ाई की थी वहीं से उसे तत्कालीन समाज कल्याण अधिकारी ने स्कूल की ड्रेस सिलने का ठेका दिया इमरती इसी स्कूल से पड़ी थी इसलिए उसने बिना लिखाई पढ़ाई में विश्वास कर लिया पीड़िता बहुत गरीब है उसके पिता दिल्ली में मजदूरी करते हैं पीड़िता की मां भी स्कूल में बतौर वार्डन काम करती रही ड्रेस सिलने के लिए पीड़िता को कपड़ा भी स्कूल से मुहैया कराया गया था उसे रात दिन एक कर 5200 ड्रेस के सिल कर तैयार कर दिए इसके लिए उसने कर्ज पर पैसे लेकर कारीगर भी लगाए थे पीड़िता का आरोप है कि जब ड्रेस सिलकर तैयार हो गई तो स्कूल प्रबंधन में ड्रेस लेने से मना कर दिया उसे समय उसे समय जनपद में तैनात रहे समाज कल्याण अधिकारी का भी ट्रांसफर हो गया अब पीड़िता इमरती अधिकारियों के चक्कर लगाती रही हालांकि जब अधिकारियों ने उसे अनसुना कर दिया तो उसने क्षेत्रीय विधायक राजीव कुमार सिंह से फरियाद की विधायक हस्तक्षेप के बाद इमरती से स्कूल प्रबंधन और समाज कल्याण अधिकारी ड्रेस के 2220 ले लिए और उसका भुगतान कर दिया अब भी उसके पास 3000 ड्रेस के पीस रखे हुए हैं पीड़िता ने इसके बाद अपना हक मांगने के लिए अधिकारियों की फिर से चक्कर लगाने शुरू कर दिए वह पिछले 3 साल से न्याय के लिए दर-दर भटक रही है जिला अधिकारी से लेकर समाज कल्याण अधिकारी और सीडीओ तक लगातार चक्कर लगाती रही लेकिन समाधान नहीं हुआ आरूप है कि उसकी मां को भी विद्यालय से निकाल दिया गया पीड़िता का आरोप है कि वह समाज कल्याण अधिकारी मीनाक्षी वर्मा के ऑफिस शिकायत लेकर पहुंची उसे देखते ही समाज कल्याण अधिकारी बौखला गई और अब शब्दों का प्रयोग किया तथा अपने चपरासी से धक्के मार कर निकलवा दिया इसके बाद समाज कल्याण अधिकारी ने पीड़िता के खिलाफ सरकारी कार्य में बदल डालने और आत्महत्या की धमकी देने के आरोप में सिविल लाइंस थाने में मुकदमा पंजीकृत कर दिया है लोगों का कहना है सरकार बेटियों को आगे बढ़ाने के लिए स्कूल कॉलेज से लेकर धरातल स्तर पर कार्य कर रही है वही एक छोटी सी बच्ची को न्याय मांगने पर अधिकारी उसकी समस्या का निदान करने की वजह उसे पर मुकदमा लिखवा रहे हैं तो ऐसी बेटियों को कैसे न्याय मिलेगा यह सब देखकर गांव वालों में भारी आक्रोश है कि सरकार इतनी सशक्त कानून के बाद भी बेटियों को न्याय नहीं दिलवा पा रही है