स्टेट हेड भूदेव सिंह प्रेमी
बदायूँ, सूत्रों के मुताबिक, जनपद रामपुर में कुक्कुट पक्षियों में एच-5 एन-1 एवियन इन्फ्लूएंजा (बर्ड फ्लू) वायरस की पुष्टि के बाद बदायूँ जिले में सतर्कता बढ़ा दी गई है। पशुपालन विभाग ने सभी रैपिड रिस्पॉन्स टीमों को सक्रिय कर दिया है और रोकथाम के लिए विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किए हैं।सूत्रों के अनुसार, जनपद में पशु चिकित्सालय सदर को कंट्रोल रूम बनाया गया है। इसके प्रभारी डॉ. अनेक सिंह (उप मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी, सदर बदायूँ) — मो. 7055543491 हैं, जबकि डॉ. धर्मेन्द्र कुमार (उप मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी, चिकित्सा स्वास्थ्य) — मो. 9473914277 को नोडल अधिकारी नामित किया गया है। अब तक जिले से 785 सैंपल आईवीआरआई बरेली भेजे गए हैं, जिनमें कोई भी पॉजिटिव नहीं पाया गया है।सूत्र बताते हैं कि विभाग ने लोगों को निर्देशित किया है कि यदि कहीं एक साथ कई पक्षियों या मुर्गियों की मृत्यु होती है तो तुरंत कंट्रोल रूम को सूचना दें। विभाग ने यह भी स्पष्ट किया है कि अच्छी तरह पकाए गए कुक्कुट मांस या अंडों से बर्ड फ्लू नहीं फैलता है, इसलिए इन्हें पकाकर ही खाएं। साथ ही, फार्म के आसपास जैव सुरक्षा, साफ-सफाई व डिसइन्फेक्शन सुनिश्चित करने, बीमार पक्षियों को स्वस्थ पक्षियों से अलग रखने और संक्रमित पक्षियों के संपर्क में आने पर चिकित्सक की सलाह लेने की अपील की गई है।सूत्रों के मुताबिक क्या न करें:मृत पक्षी को न छुएं।अफवाहों पर ध्यान न दें।बर्ड फ्लू प्रभावित क्षेत्रों में न जाएं।कुक्कुट या अन्य पक्षियों को खुले वाहनों में परिवहन न करें।कुक्कुट फार्म पास-पास न खोलें, कम से कम 500 मीटर का फासला रखें।बाहरी व्यक्तियों को फार्म में न आने दें।संक्रमित पक्षियों को हाथों से दाना न खिलाएं।