ब्यूरो रिपोर्ट अयोध्या
अयोध्या। गन्ना उत्पादन लागत के हिसाब से उ प्र सरकार द्वारा मात्र ₹30 प्रति कुंतल गन्ना मूल्य बढ़ाया जाना *ऊंट के मुंह का जीरा के समान* है उत्तर प्रदेश सरकार से किसानों को आशा थी कि गन्ना मूल्य कम से कम हरियाणा सरकार के बराबर 415 रुपए प्रति कुंतल घोषित करेगी। लागत के अनुसार कम से कम ₹500 प्रति कुंतल गन्ना मूल्य घोषित होना चाहिए। उक्त उद्गार व्यक्त करते हुए भारतीय किसान यूनियन की राष्ट्रीय महासचिव घनश्याम वर्मा ने कहा कि डीजल, खाद, बीज, दवा,मजदूरी,परिवहन के दामों में वृद्धि होने के कारण गन्ना पैदा करने की लागत ही कम से कम ₹400 प्रति कुंतल आती है ऐसी दशा में गन्ना मूल्य कम से कम ₹500 प्रति कुंतल घोषित होना चाहिए। घनश्याम वर्मा ने कहा कि चीनी मिलों के दबाव में वैज्ञानिकों द्वारा अधिक चीनी पैदा करने का गन्ना अगेती प्रजाति पैदा की जाती है जिसके कारण अगेती प्रजाति के गन्नों का जीवन केवल एक वर्ष होता है और किसान पेडी तथा तिसाला पौधा का लाभ नहीं ले पाता। घनश्याम वर्मा ने कहा कि योगी जी अपने संपूर्ण कार्यकाल में चुनाव आने के समय ही गन्ना मूल्य बढ़ाने का काम किए हैं।