अयोध्या (ब्यूरो चीफ फूलचंद्र)जिले के जिला चिकित्सालय पुरुष परिसर में उ0प्र0 राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण लखनऊ के निर्देशन में प्राप्त एक्शन प्लान/कार्ययोजना वर्ष- 2024-2025 के अनुक्रम में अपर जिला जज/सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, अयोध्या, अनिल कुमार वर्मा के मार्गदर्शन में पी0एल0वी0 प्रियंका त्रिपाठी द्वारा विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर मानसिक रूप से बीमार व्यक्तियों के अधिकार पर विधिक जागरूकता एवं साक्षरता शिविर का आयोजन किया गया। प्रत्येक वर्ष 10 अक्टूबर को मानसिक स्वास्थ्य दिवस शिक्षा के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए मनाया जाता है। यह पहली बार सन् 1992 में विश्व मानसिक स्वास्थ्य संघ की पहल पर मनाया गया था, जो एक वैश्विक मानसिक स्वास्थ्य संगठन है जिसके सदस्य 150 से अधिक देश हैं। यह दिन हमें यह याद दिलाता है कि हमारा मानसिक स्वास्थ्य हमारे लिए उतना ही जरूरी होता है, जितना कि हमारा शरीरिक स्वास्थ्य। इस समस्या से जुड़े लोगों को सपोर्ट करना और उनको सही सुविधाएं मुहैया करवाना इस दिन को मनाए जाने का उद्देश्य है। कई बार हमारी जिंदगी की गति इतनी तेज हो जाती है कि हम अपने दिल की आवाज सुनना भूल जाते हैं। जिसके कारण चिंता, तनाव और उदासी जैसे भाव हमारी जिंदगी का हिस्सा बन जाते हैं और हम मानसिक रोग के शिकार बन जाते है। अगर सही समय पर इसका इलाज किया जाये तो व्यक्ति जल्द ही स्वस्थ हो जाता है। इस दिन हजारों समर्थक मानसिक बीमारी और दुनिया भर में लोगों के जीवन पर इसके प्रमुख प्रभावों पर ध्यान देने के लिए इस विधिक जागरूकता कार्यक्रम को मनाते हैं। सन् 1994 में तत्कालीन महासचिव यूजीन ब्राॅडी के सुझाव पर पहली बार एक थीम के साथ विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस मनाया गया था। विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस को डब्ल्यू0एच0ओ0 द्वारा समर्थन दिया जाता है, जो दुनिया भर में स्वास्थ्य मंत्रालयों और नागरिक समाज संगठनों के साथ अपने मजबूत संबंधों का उपयोग करके मानसिक स्वास्थ्य के मुद्दों पर जागरूकता बढ़ाता है।*ब्यूरो रिपोर्ट अयोध्या -फूलचन्द्र*
विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर मानसिक रूप से बीमार व्यक्तियों के अधिकार पर विधिक जागरूकता एवं साक्षरता शिविर का आयोजन किया गया
Sourceरिपोर्ट फूलचंद्र