सूखे मृत पौधों के स्थान पर नये पौधे किये जायें रोपित जिलाधिकारी
मैनपुरी – जिलाधिकारी अंजनी कुमार सिंह ने जिला वृक्षारोपण समिति, जिला पर्यावरणीय समिति, जिला गंगा समिति एवं जिला आर्द्रभूमि समिति, वन बन्दोवस्त समिति की मासिक समीक्षा के दौरान कहा कि वृहद वृक्षारोपण अभियान के दौरान रोपित पौधों की बेहतर देखभाल की जाए, पौधों की सुरक्षा के बेहतर प्रबंध के साथ पौधों की पर्याप्त निराई, गुढ़ाई कराई जाए, मृत-सूखे पौधों के स्थान पर उचित ऊँचाई के स्वास्थ्य, सुदृण पौधे लगाये जायें। उन्होंने समीक्षा के दौरान नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि कुछ विभागों की रोपित पौधों के सापेक्ष जियो टेगिंग की प्रगति ठीक नहीं है, नगर विकास विभाग द्वारा रोपित पौधों के सापेक्ष मात्र 78.41 प्रतिशत, ऊर्जा विभाग द्वारा 79.51 प्रतिशत, खंड विकास अधिकारी मैनपुरी द्वारा 80.69 प्रतिशत, खंड विकास अधिकारी सुल्तानगंज के द्वारा 84.40 प्रतिशत, सहकारिता विभाग द्वारा 85.38 पंचायतीराज विभाग द्वारा 92.56, उच्च शिक्षा विभाग द्वारा 92.67 प्रतिशत, पौधों की जियो टैगिंग की गई, जिस पर उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि रोपित किए गएशत-प्रतिशत पौधों की जियो टैगिंग तत्काल कर रिपोर्ट वन विभाग को उपलब्ध कराना सनुश्चित करें।श्री सिंह ने प्रभागीय निदेशक से कहा कि बीट, सेक्शन अधिकारी का रोस्टर तैयार कर प्रत्येक ग्राम पंचायत में ग्रीन चौपाल का गठन कराकर प्रत्येक शुक्रवार को ग्रीन चौपाल की बैठक खंड विकास अधिकारियों के समन्वय से करना सुनिश्चित करें, जिस पर प्रभागीय निदेशक सामाजिक वानिकी ने बताया कि माह सितम्बर में 07 ग्रीन चौपाल का आयोजन किया गया है। उन्होने कहा कि समस्त क्षेत्रीय वनाधिकारी वन भूमि के अमल-दरामद की कार्यवाही हेतु पत्रावली तैयार कर उप जिलाधिकारियों को उपलब्ध करायें, वन विभाग की भूमि का उप जिलाधिकारी प्राथमिकता पर अमल दरामद करना सुनिश्चित करें। उन्होंने जानकारी करने पर पाया कि रेंज करहल के अब्दुल नवीपुर, किरथुआ, पहाड़पुर, निटावली, आलमगीरपुर, जगन्नाथपुर, रेंज मैनपुरी में अंजनी, बदनपुर, पड़रिया, लालपुर सथनी, रेंज किशनी में समान, चौराईपुर, सोनासी में वन विभाग की भूमि अमल-दरामद हेतु अवशेष है।जिलाधिकारी ने उपस्थित अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि स्थलवार नोडल अधिकारी की तैनाती कर सूची वन विभाग को उपलब्ध करायें। उन्होंने जिला पंचायत राज अधिकारी, अधिशाषी अधिकारी नगर निकाय को निर्देशित करते हुये कहा कि एम.आर.एफ. सेंटर क्रियाशील रहें, सॉलिड वेस्ट के निस्तारण के साथ मेडिकल वेस्ट के निस्तारण के उचित प्रबन्ध किये जायें, शहरी क्षेत्र से लेकर ग्रामीण क्षेत्र तक कूड़ा उठान, निस्तारण के बेहतर प्रबन्ध किये जायें, जिन ग्रामों में ग्राम गंगा समितियों का गठन हो चुका है वहां प्रतिमाह बैठक आयोजित कराकर ग्रामीणों को जागरूक किया जाये। उन्होने असंतोष व्यक्त करते हुये कहा कि बार-बार निर्देशों के बाद भी ईशन नदी के जीर्णोद्धार के लिए प्रभावी कार्यवाही नहीं की जा रही है, अधिशाषी अभियंता नहर, अधिशाषी अधिकारी नगर पालिका, प्रभागीय निदेशक सामाजिक वानिकी सहित अन्य सम्बन्धित अधिकारी इस दिशा में इस माह प्रभावी कार्यवाही करें।बैठक में मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. आर सी. गुप्ता, प्रभागीय निदेशक संजय कुमार मल्ल, जिला विकास अधिकारी अजय कुमार, सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी शिवम यादव, उपायुक्त उद्योग उत्कर्ष चन्द्र, जिला विद्यालय निरीक्षक सतीश कुमार, अधिशासी अभियंता लोक निर्माण ए.के. अरुण, जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी अरूण कुमार शुक्ला, अधिशासी अधिकारी नगर पालिका बुद्धि प्रकाश सहित अन्य संबंधित अधिकारी आदि उपस्थित रहे, बैठक का संचालन उप क्षेत्रीय वनाधिकारी राजीव दीक्षित ने किया।