संवाददाता -भूदेव प्रेम
सूत्रों के हवाले सेपोर्ट लुइस। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 57वें स्वतंत्रता दिवस समारोह में शामिल होने मॉरीशस पहुंचे, जहां भारतीय समुदाय ने उनका भव्य स्वागत किया। प्रधानमंत्री मोदी की इस यात्रा को ऐतिहासिक माना जा रहा है, क्योंकि यह भारत और मॉरीशस के बीच ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंधों को और मजबूत करने का अवसर प्रदान करती है।मॉरीशस के प्रधानमंत्री डॉ. नवीनचंद्र रामगुलाम ने हवाई अड्डे पर प्रधानमंत्री मोदी का विशेष स्वागत किया। इस दौरान दोनों नेताओं ने गर्मजोशी से मुलाकात की और द्विपक्षीय संबंधों को और प्रगाढ़ करने पर चर्चा की।इतिहास और संस्कृति का गहरा रिश्तामॉरीशस और भारत के संबंध केवल कूटनीतिक नहीं हैं, बल्कि एक ऐतिहासिक और भावनात्मक जुड़ाव भी है। मॉरीशस में भारतीय मूल के लोग बड़ी संख्या में हैं, जिनकी जड़ें उत्तर प्रदेश, बिहार, तमिलनाडु और अन्य भारतीय राज्यों से जुड़ी हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने इस पर जोर देते हुए कहा कि “इतिहास और दिल का यह बंधन पीढ़ियों से चला आ रहा है, जो हमारी साझा संस्कृति, परंपराओं और मूल्यों को दर्शाता है।राजनीतिक और व्यापारिक साझेदारी पर जोरप्रधानमंत्री मोदी अपनी इस यात्रा के दौरान राष्ट्रपति धरम गोखूल और प्रधानमंत्री नवीनचंद्र रामगुलाम से मुलाकात करेंगे। इन बैठकों में व्यापार, डिजिटल इंडिया, समुद्री सुरक्षा, शिक्षा और पर्यटन जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा होगी। भारत और मॉरीशस के बीच पहले से ही कई द्विपक्षीय समझौते हैं, और इस यात्रा के दौरान नए क्षेत्रों में सहयोग को लेकर भी महत्वपूर्ण घोषणाएं हो सकती हैं।सामुदायिक कार्यक्रम को करेंगे संबोधितप्रधानमंत्री मोदी आज शाम एक विशेष सामुदायिक कार्यक्रम को भी संबोधित करेंगे, जिसमें भारतीय मूल के हजारों लोग शामिल होंगे। इस कार्यक्रम में भारत और मॉरीशस के बीच ऐतिहासिक संबंधों को लेकर उनकी भावनाएं साझा की जाएंगी।प्रधानमंत्री मोदी की यह यात्रा सिर्फ एक औपचारिक दौरा नहीं, बल्कि दोनों देशों के बीच ऐतिहासिक मित्रता को और मजबूत करने का एक महत्वपूर्ण अवसर है। भारत और मॉरीशस की साझेदारी आने वाले वर्षों में और नई ऊंचाइयों को छूने की उम्मीद है।