मैनपुरी – जिलाधिकारी अंजनी कुमार सिंह ने मुख्यमंत्री स्वदेशी गौ-संवर्धन योजना, नन्दबाबा दुग्ध मिशन की बैठक में दुग्ध अधिकारी को निर्देशित करते हुए कहा कि जनपद में दुग्ध उत्पादकता में वृद्धि करने, स्वदेशी उन्नत नस्ल की गायों की संख्या में वृद्धि करने के लिए यह योजना बेहद कारगर साबित होगी, जनपद के ग्रामीण क्षेत्रों में नव-युवकों एवं महिलाओं को पशु पालन के व्यवसाय के लिए प्रेरित कर योजना में लाभान्वित किया जाए। उन्होंने कहा कि योजना में प्रति यूनिट के तहत एक यूनिट में 02 गायों तक की यूनिट कीमत रू. 02 लाख पर 40 प्रतिशत अधिकतम रू. 80 हजार का अनुदान अनुमन्य है, जिसमें गाय की कीमत, परिवहन, बीमा, चारा काटने की मशीन, गायों के रख-रखाव हेतु शैड निर्माण आदि सम्मिलित है।
जिला दुग्ध अधिकारी ने बताया कि योजना का लाभ पाने के लिए आवेदक को प्रदेश का निवासी होना चाहिए, आवेदक की उम्र 18 वर्ष से अधिक हो, गायों के रख-रखाव हेतु पर्याप्त स्थान हो, पहले से ही 02 स्वदेशी गायों से अधिक न हो। उन्होंने बताया कि कुल प्राप्त लक्ष्य का 50 प्रतिशत महिला आवेदकों हेतु आरक्षित है, आवेदन के साथ एक आधार कार्ड की सत्यापित छाया प्रति, नोटरी शपथ पत्र संलग्न करना होगा। उन्होंने बताया कि जनपद को कुल 24 इकाई का लक्ष्य आवंटित हुआ है, जिसमें से 12 इकाई पुरुष एवं 12 इकाई महिला हेतु निर्धारित की गई है, पशुपालकों को स्वदेशी नस्ल की 02 गाय वाह्य प्रदेश से खरीदने पर सब्सिडी मुख्यालय द्वारा डी.बी.टी. के माध्यम से सीधे चयनित पशु पालक के बैंक खाते में प्रेषित की जायेगी।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी नेहा बंधु, अपर जिलाधिकारी राम जी मिश्र, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डा. सोमदत्त, जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी अरुण कुमार शुक्ला, जी.एम. पराग डेयरी हृदेश यादव, प्रतिनिधि सहज डेयरी धर्मेन्द्र आदि उपस्थित रहे, बैठक का संचालन उप दुग्धशाला विकास अधिकारी अतुल कुमार ने किया।