संरक्षित गोवंशों को ठंड से बचाव हेतु मुकम्मल इंतजाम किए जाएं, संरक्षित गोवंशों के स्वास्थ्य की बेहतर देखभाल हो-जिलाधिकारी

मैनपुरी – जिलाधिकारी अंजनी कुमार सिंह ने विकास खंड सुल्तानगंज के ग्राम अहिरवा में संचालित वृहद गौ-आश्रय स्थल का स्थलीय निरीक्षण कर सचिव, ग्राम प्रधान को निर्देशित करते हुए कहा कि गौशाला की साफ-सफाई का आभाव है, गौशाला की नियमित रूप से सफाई कराई जाए, गोबर का उचित निदान किया जाये, संरक्षित गोवंशो को सर्दी से बचाव हेतु बाड़ों के चारों ओर पल्ली लगायी जाये, गौशालाओं में अलाव भी जलाये जायें। उन्होंने कहा कि संरक्षित गोवंशों को दोनों समय भरपूर मात्रा में भूसा, हरा चारा, दाना खिलाया जाए, जानकारी करने पर पाया कि गौशाला में 483 गोवंश संरक्षित है, सभी संरक्षित गोवंशों की ईयर टेगिंग की जा चुकी है, गोवंशों के लिए हरे चारे की उपलब्धता हेतु 04 हेक्टेयर भूमि में हरे चारे नेपियर घास, बरसीम, जई की बुवाई कराई गई है, प्रतिदिन गोवंशों को हरा चारा खिलाया जा रहा है। उन्होने निरीक्षण के दौरान पाया कि गौशाला में वर्मी कंपोस्ट के माध्यम से गोबर की खाद तैयार की जा रही है, परिसर में ही स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण फेस-2 के अन्तर्गत बायो गैस आधारित 05 के.वी.ए. पावर जनरेट विद बायो गैस प्लांट की स्थापना की गयी है, बायो गैस प्लांट से उत्पादित विद्युत से ही गौ-संरक्षण केन्द्र की समर, जनरेटर, विद्युत आपूर्ति का संचालन किया जा रहा है, जिससे गौशाला में विद्युत आपूर्ति के साथ ट्यूवेल का भी संचालन हो रहा है। श्री सिंह ने निरीक्षण के दौरान मुख्य पशु चिकित्साधिकारी को आदेशित करते हुये कहा कि जनपद में संचालित गौशालाओं में संरक्षित गोवंशों के स्वास्थ्य की पशु चिकित्साधिकारी प्रतिदिन देखभाल करें, गौवंशों हेतु गौशालाओं में पर्याप्त मात्रा में दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित की जाये, संरक्षित गोवंशों का पूरा डेटा अद्यावधिक रखा जाये, प्रत्येक माह के अंत में संरक्षित गोवंशों के रजिस्टर को अपडेट किया जाए। उन्होने ग्राम प्रधान, पशु चिकित्साधिकारी, खंड विकास अधिकारी, सचिव से कहा कि संचालित गौ-संरक्षण केंद्र से गौवंश सहभागिता योजना के अंतर्गत पालने हेतु लेने के लिए लोगों को प्रेरित करें, गौ-संरक्षण केंद्रों से 01 गोवंश लेने पर रू. 50 प्रतिदिन के हिसाब से मिलेगा। उन्होंने कहा कि जो भी लोग गौ-संरक्षण केंद्र से गौवंश ले जाएं उनका सही ढंग से भरण-पोषण करें, सत्यापन के उपरांत ही उन्हें धनराशि का भुगतान किया जाए। उन्होंने गौशाला के समीप ही विकसित अमृत सरोवर के निरीक्षण के दौरान सचिव, ग्राम प्रधान से कहा कि इंटर लॉकिंग करते समय भूमि को सही ढंग से समतल नहीं किया गया जिस कारण इंटर लॉकिंग धंस गयी हैं, इसे तत्काल ठीक कराया जाये। उन्होने ग्राम में स्थित डा. भीमराव अम्बेडकर पुस्तकालय का निरीक्षण करने पर पाया कि लाइब्रेरी में पुस्तकों के साथ इंटरनेट की सुविधा भी उपलब्ध है, निरीक्षण के दौरान लाइब्रेरी में 03 छात्र अध्यनरत् मिले, उन्होने छात्रों से संवाद करते हुये कहा कि जीवन में लक्ष्य निर्धारित कर मेहनत से शिक्षा ग्रहण करें। उन्होंने विकसित किए गए अमृत सरोवर, पुस्तकालय के रख-रखाव पर प्रशंसा व्यक्त की। निरीक्षण के दौरान उप जिलाधिकारी भोगांव संध्या शर्मा, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डा. सोमदत्त, खंड विकास अधिकारी सुल्तानगंज रूक्मणी देवी, ग्राम प्रधान अहिरवा कुलदीप यादव के अलावा अनिल सक्सैना, प्रभाकर गंगवार आदि उपस्थित रहे।