मैनपुरी-जिलाधिकारी अंजनी कुमार सिंह ने जन सुनवाई प्रणाली पोर्टल पर होने वाले असंतुष्ट फीडबैक एवं लम्बित सन्दर्भों की विभागवार समीक्षा के दौरान बैठक से अनुपस्थित जिला उद्यान अधिकारी का वेतन रोकने के निर्देश देते हुए उपस्थित सभी अधिकारियों से कहा कि जन शिकायतों के निस्तारण के प्रति बेहद संवेदनशील रहें, किसी भी विभाग में किसी भी दशा में कोई शिकायत डिफाल्टर की श्रेणी में न हो. जिन शिकायतों का निराकरण किया जाए, उसमें गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखा जाए, जिला स्तरीय अधिकारी अधीनस्थों की रिपोर्ट पर निर्भर न रहें बल्कि स्वयं शिकायतकर्ता से बात कर उसके संतुष्ट होने के उपरांत ही निस्तारण आख्या अपलोड की जाये। उन्होंने कहा कि मौके पर जाकर अनाधिकृत कब्जा हटवाने की कार्यवाही करने से पूर्व एवं कार्यवाही के पश्चात के फोटोग्राफ्स संरक्षित रखे जाएं, मौके पर की गई कार्यवाही पर शिकायतकर्ता के साथ-साथ अन्य 02 व्यक्तियों के हस्ताक्षर भी कराये जाएं। उन्होने जिला स्तरीय अधिकारियों से कहा कि आई.जी.आर.एस. पोर्टल को प्रतिदिन स्वयं लॉगिन करें, अधीनस्थों के भरोसे पोर्टल को न छोडें, शिकायतों के निस्तारण पर अधीनस्थों पर निर्भर न रहे बल्कि स्वय निस्तारण आख्या पढ़ें।श्री सिंह ने नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि शासन स्तर से विभिन्न विभागों द्वारा प्राप्त शिकायतों के निस्तारण पर फीडबैक लेने पर जनपद की स्थिति ठीक नहीं है. तहसीलदार करहल द्वारा निस्तारित 92 शिकायतों में से 70 पर, तहसीलदार घिरोर द्वारा निस्तारित 29 शिकायतों में से 21 पर, तहसीलदार किशनी द्वारा निस्तारित 17 शिकायतों में से 16 पर, तहसीलदार सदर द्वारा निस्तारित 14 में से 12 पर, तहसीलदार कुरावली द्वारा निस्तारित 08 मैं से 08 पर, तहसील भोगांव द्वारा निस्तारित 14 में से 09 पर, उप जिलाधिकारी करहल द्वारा निस्तारित 41 मैं से 33 पर, उप जिलाधिकारी भोगांव द्वारा निस्तारित 03 में से 03 पर, उप जिलाधिकारी घिरोर द्वारा निस्तारित 03 में से 02 पर, उप जिलाधिकारी कुरावली द्वारा निस्तारित 02 में से 02 पर, चकबंदी अधिकारी मैनपुरी द्वारा निस्तारित 02 में से 01 शिकायत पर शासन स्तर से असंतुष्ट फीडबैक प्राप्त हुआ है, जिला पंचायत राज अधिकारी की शिकायतों पर 53 प्रतिशत, पूर्ति निरीक्षक भोगांव की शिकायतों पर 65 प्रतिशत, सहायक आयुक्त एवं सहायक निबन्धक की शिकायतों पर 60 प्रतिशत, प्रभागीय वनाधिकारी की शिकायतों पर 57 प्रतिशत, सब रजिस्ट्रार स्टाम्प एवं रजिस्ट्रेशन घिरोर, करहल, प्रधानाचार्य औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान, जिला समाज कल्याण अधिकारी, परियोजना निदेशक डीआरडीए, जिला उद्यान अधिकारी, क्षेत्रीय आयुर्वेदिक एवं यूनानी अधिकारी, चकबंदी अधिकारी भोगांव, बाल विकास परियोजना अधिकारी जागीर के यहां का शत-प्रतिशत अंसतुष्ट फीडबैक प्राप्त हुआ है, जो चिंता का विषय है। 5जिलाधिकारी ने विभिन्न स्तर से प्राप्त शिकायतों के निस्तारण की समीक्षा के दौरान पाया कि मुख्यमंत्री कार्यालय के 45. मुख्यमंत्री सन्दर्भ के 1198, ऑनलाईन सन्दर्भ 1012, जिलाधिकारी जन-सुनवाई के 439, तहसील दिवस के 06 सन्दर्भ अनिस्तारित है. लम्बित ऑनलाइन सन्दर्भों में सर्वाधिक 100 सन्दर्भ तहसीलदार भोगांव, 90 सन्दर्भ तहसीलदार मैनपुरी, 74 सन्दर्भ तहसीलदार करहल, 67 सन्दर्भ खंड विकास अधिकारी घिरोर, 45- 45 तहसीलदार घिरोर, किशनी, 36 सन्दर्भ तहसीलदार कुरावली, 32-32 सन्दर्भ उप कृषि निदेशक, जिला पंचायत राज अधिकारी, सहायक विकास अधिकारी जागीर, अधिशाषी अभियंता विद्युत के यहां लंबित हैं।मुख्य विकास अधिकारी नेहा बंधु ने कहा कि सभी अधिकारी आईजीआरएस एप को अपने मोबाइल में डाउनलोड करें, स्वयं प्रतिदिन लॉगिन करें, किसी भी दशा में कोई शिकायत डिफाल्टर न हो, किसी भी शिकायत पर शासन स्तर से अंसतुष्ट फीडबैक न मिले, सभी अधिकारी अपने-अपने विभाग से सम्बन्धित शिकायतों का समय से गुणवत्तापरक निराकरण कर जनपद की रैंक सुधारने की दिशा में कार्य करें। बैठक में अपर जिलाधिकारी न्यायिक नवीन श्रीवास्तव, मुख्य चिकित्साधिकारी डा. आर.सी. गुप्ता, प्रभागीय निदेशक सामाजिक वानिकी संजय कुमार मल्ल, उप जिलाधिकारी सदर, भोगांव, किशनी, कुरावली, घिरोर अभिषेक कुमार, संध्या शर्मा, गोपाल शर्मा, राम नारायण, प्रसून कश्यप, राजस्व अधिकारी ध्रुव शुक्ला, डिप्टी कलेक्टर सुप्रिया गुप्ता, उपायुक्तएनआरएलएम शौकत अली, जिला विकास अधिकारी अजय कुमार, उप कृषि निदेशक नरेन्द्र कुमार त्रिपाठी, उपायुक्त उद्योग उत्कर्ष चन्द, जिला पंचायत राज अधिकारी यतेन्द्र सिंह, अपर मुख्य अधिकारी जिला पंचायत ओ.पी. सिंह, आईजीआरएस प्रभारी अनुज कुमार सहित अन्य सम्बन्धित अधिकारी आदि उपस्थित रहे।
जन-समस्याओं के समयबद्ध, गुणवत्तापरक निराकरण के लिए सभी अधिकारी रहें संवेदनशील, प्राप्त शिकायतों का समय से हो निराकरण-जिलाधिकारी
Sourceरिपोर्ट अवनीश कुमार