अमानीगंज -अयोध्या मिल्कीपुर विधानसभा उपचुनाव को संपन्न हुए लगभग 6 माह बीतने वाले हैं लेकिन विधानसभा उपचुनाव के समय उत्तर प्रदेश सरकार के मुखिया सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा की गई घोषणाओं का को अब तक पूरा नहीं किया जा सका है।* *मुख्यमंत्री द्वारा विधानसभा चुनाव के समय नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय कुमारगंज में आयोजित कार्यकर्ता बैठक में इस बात को कहा गया कि मिल्कीपुर विधानसभा उपचुनाव में यहां के पांचो मंडलों में जिन बूथों पर कार्यकर्ता सर्वाधिक मेहनत करके सबसे अधिक वोट पार्टी को दिलाएंगे उनको पार्टी की ओर से सम्मानित करने का काम किया जाएगा। इसके साथ-साथ मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि उसके बाद पांचो मंडल में प्रथम द्वितीय और तृतीय स्थान पर सर्वाधिक मतदान करने वाले पार्टी कार्यकर्ताओं को भी सम्मानित किया जाएगा।* *विधानसभा उपचुनाव में भाजपा की प्रचंड जीत के बाद भी अब तक मुख्यमंत्री के इन वादों पर अमल नहीं किया जा सका है वहीं दूसरी ओर सर्वोदय इंटर कॉलेज रामगंज के सामने मुख्यमंत्री की चुनाव के अंतिम दौर में लगी जनसभा में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जब मंच से यह कहा था कि मिल्कीपुर विधानसभा के भाजपा कार्यकर्ता महाकुंभ में स्नान करने नहीं जाएंगे पहले यहां पार्टी को जिताना है* *उसके बाद पार्टी के द्वारा कार्यकर्ताओं को महाकुंभ स्नान कराया जाएगा । इस वादे को भी अब तक पूरा नहीं किया जा सका है। एक और जहां कार्यकर्ताओं ने उपचुनाव में जी जान तोड़ मेहनत करके पार्टी को शानदार जीत दिलाई वहीं पार्टी के जिम्मेदार विधायक और पार्टी के जिले के पदाधिकारी इन सवालों पर कुछ भी बोलने का साहस नहीं जुटा पा रहे हैं।* *आपको बताते चलें कि मिल्कीपुर विधानसभा उपचुनाव में सबसे बड़ी जीत भारतीय जनता पार्टी को अमानीगंज मंडल के अमावा सूफी ग्राम पंचायत में प्राप्त हुई थी जहां बूथ संख्या 39 और 40 पर भाजपा को लगभग 86% वोट मिला था वहीं विपक्षी समाजवादी पार्टी को 10 और अन्य को 4% मत प्राप्त हुए थे। और वही दूसरी ग्राम पंचायत कोटिया व ग्राम पंचायत मोहम्मद पुर जिसके बाद वहां के ग्राम प्रधान और बूथ कार्यकर्ताओं के साथ उसी गांव के रहने वाले अमानीगंज मंडल के भाजपा अध्यक्ष ने स्थानीय विधायक को ग्राम पंचायत के विकास व मुख्यमंत्री से कार्यकर्ताओं को मिलने के लिए लिखित प्रत्यावेदन भी दिया। लेकिन दो महीना बीतने के बावजूद भी अब तक उसकी कोई सुनवाई नहीं हुई है ।* *अमावा सूफी ग्राम पंचायत को जाने के लिए जब आप अमानीगंज ड्योढ़ी मार्ग से रामनगर की तरफ घूमते हैं तो सबसे पहले आपको कीचड़ों का पहाड़ दिखाई पड़ जाएगा* *अमावा सूफी ग्राम पंचायत में स्थित पौराणिक महत्व के दो मंदिरों का पर्यटन विकास से विकास करने के लिए तथा अन्य विकास संबंधी योजनाओं को लेकर के ग्राम वासियों की ओर से स्थानीय विधायक को मांग पत्र सौंपते हुए मुख्यमंत्री से मिलवाने के लिए समय मांगा गया था लेकिन दो माह बाद भी अब तक स्थानीय विधायक ने इस पर कोई ध्यान नहीं दिया अमावस सूफी ग्राम पंचायत में महाभारत कालीन महाराजा अंबरीष का मंदिर* *मौजूद है वहीं दूसरी ओर शार्दुल मुनि का आश्रम तमसा नदी के तट पर मौजूद है जिन्हें पर्यटन विभाग से विकसित किया जा सकता है**गांव की बिजली पानी सड़क स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर मुख्यमंत्री से मिलकर अपनी बात कहने की चाहत रखने वाले कार्यकर्ताओं को भाजपा की जनप्रतिनिधियों और पदाधिकारी से उपेक्षा हाथ लगी है।* *यहां देखने वाली बात यह है कि एक और जहां सूबे की भारतीय जनता पार्टी और विपक्षी पार्टियों ने 2027 की तैयारी अभी से शुरू कर दी है वहीं भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं का इसी तरह से शोषण और उपेक्षा होती रही तो आने वाले विधानसभा चुनाव में वह कितनी ऊर्जा के साथ पार्टी के लिए काम करेंगे और पार्टी के मुखिया की घोषणाओं पर वह कितना अमल करके 2027 के विधानसभा चुनाव में अपना प्रदर्शन दोहरा पाएंगे यह आने वाला समय ही बताएगा ।